बकरी के बवाल में हत्या
बकरी के बवाल में हत्या
आगरा, जागरण संवाददाता: खेरागढ़ के गांव चित्तवाला में शनिवार को खून की होली खेली गई। बकरी खेत में घुसने के झगड़े को लेकर गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गई। फोर्स ने संघर्ष टालने के लिए लाठियां चलाई। घायलों को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात किया गया है। शुक्रवार को ही चीतगांव में हुए संघर्ष में ग्रामीण की हत्या हुई थी। चित्तवाला गांव के जीवाराम व बलराम कुशवाहा, निहाल सिंह एडवोकेट के खेत में बटाई पर सब्जियां उगाते हैं। शुक्रवार सुबह खेत में हरिश्चंद पुत्र मोहन सिंह की बकरी घुस गई। जीवाराम ने बकरी पकड़कर अपनी झोपड़ी में बांध ली। शाम को बकरी की तलाश करता हुए हरिश्चंद जीवाराम के घर पहुंचा तो उसे बिठा लिया गया। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने बकरी वापस दिलवा दी। इसके साथ ही हरिश्चंद व बलराम को पकड़कर थाने में बंद कर दिया। इसी घटना को लेकर शनिवार सुबह जीवाराम हथियारों के साथ अपने साथी लेकर पहुंच गया। पहले दोनों तरफ से लाठी डंडे चले, जिसमें जीवाराम गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद जीवाराम पक्ष के लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें दूसरे पक्ष के मोहन बघेल, राकेश बघेल तथा विष्णु गोली लगने और रेशम देवी लाठियों के प्रहार से घायल हो गई। एक घंटे तक चली फायरिंग के बाद खेरागढ़ थाने का फोर्स पहंुचा और दोनों पक्षों पर लाठियां चलाकर खदेड़ दिया। घायलों को आगरा भेजा गया, जहां जीवाराम ने दम तोड़ दिया। जीवाराम की मौत की सूचना मिलते ही गांव में तनाव फैल गया और फिर से टकराव की स्थिति बन गयी। इंस्पेक्टर खेरागढ़ राकेश वशिष्ठ ने बताया कि सुरेश कुशवाह पुत्र बलराम की तहरीर पर मोहन पुत्र पन्ना, ईश्र्वरी प्रसाद, रघुनाथ, प्रेम सिंह, ग्याप्रसाद आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। नामजद मोहन व ईश्र्वरी सिंह तहसील के कर्मचारी हैं। तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात किया गया है
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