विकलांग दूल्हा देख भड़की दुल्हन

                                             विकलांग दूल्हा देख भड़की दुल्हन
                                             लालपुर में बारात लोटाई
बारात दरवाजे पर पहुच चुकी थी वर और कन्या दोनों के परिवारीजन शादी के जस्न मानया जा रहा था लेकिन दुल्हन वरमाला डालने के लिए स्टेज पर पहुची तो विकलांग दूल्हा को देख दुल्हन भड़क उठी जिसने फेरे लेने से इनकार  कर दिया दुल्हन परिवारीजन ने दूल्हा बदलने का आरोप लगाते बारात वापस करा दी गयी 
    मामला खेरागढ़ के लालपुर का है ग्राम के किशन की बेटी आरती की बारात ताजगंज आगरा से आयी थी हाथो में पीया  के नाम की मेहदी लगाये आरती स्टेज पर आयी तो विकलांग दूल्हा को देख भड़क उठी जिसने सदी से इंकार कर दिया आरती परिवारीजन ने बदलने का आरोप लगाया जिससे शादी तय की गयी वो दूसरा था बारात लेकर आया दूसरा निकला ग्रामीण भी विकलांग दूल्हा से सदी को तेयार नही हुए शादी को लेकर तकरार होती रही बाराती दुल्हन लेकर जाने की बात पर अड़ गए सुबह होते ही मामला पुलिस तक आ गया जिन्होंने दूल्हा के परिवारीजन को गलत पाया बारात को वापस कर दिया 
आरती की शादी को दूसरी बारात बोदला आगरा से आई जो आरती को विदा कराकर ले गयी 

 आरती के फेसले पर आप की क्या है राय जरुर बताये 

Comments

  1. ye aj ke badlte hua bharat ki tasvir hai ki kis tarah log apni life ke aham fesle khud le rahe hai or apna accha bura samaj rahe hai

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  2. BAAS Voice का आमंत्रण :
    आज हमारे देश में जिन लोगों के हाथ में सत्ता है, उनमें से अधिकतर का सच्चाई, ईमानदारी, इंसाफ आदि से दूर का भी नाता नहीं है। अधिकतर तो भ्रष्टाचार के दलदल में अन्दर तक धंसे हुए हैं, जो अपराधियों को संरक्षण भी देते हैं। इसका दु:खद दुष्परिणाम ये है कि ताकतवर लोग जब चाहें, जैसे चाहें देश के मान-सम्मान, कानून, व्यवस्था और संविधान के साथ बलात्कार करके चलते बनते हैं और किसी को सजा भी नहीं होती। जबकि बच्चे की भूख मिटाने हेतु रोटी चुराने वाली अनेक माताएँ जेलों में बन्द हैं। इन भ्रष्ट एवं अत्याचारियों के खिलाफ यदि कोई आम व्यक्ति, ईमानदार अफसर या कर्मचारी आवाज उठाना चाहे, तो उसे तरह-तरह से प्रता‹िडत एवं अपमानित किया जाता है और पूरी व्यवस्था अंधी, बहरी और गूंगी बनी रहती है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो आज नहीं तो कल, हर आम व्यक्ति को शिकार होना ही होगा। आज आम व्यक्ति की रक्षा करने वाला कोई नहीं है! ऐसे हालात में दो रास्ते हैं-या तो हम जुल्म सहते रहें या समाज के सभी अच्छे, सच्चे, देशभक्त, ईमानदार और न्यायप्रिय लोग एकजुट हो जायें! क्योंकि लोकतन्त्र में समर्पित एवं संगठित लोगों की एकजुट ताकत के आगे झुकना सत्ता की मजबूरी है। इसी पवित्र इरादे से भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) की आजीवन सदस्यता का आमंत्रण आज आपके हाथों में है। निर्णय आपको करना है!
    http://baasvoice.blogspot.com/

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  3. सही समय पर उठाया गया सही कदम, यदि ये लड़की चाहे तो हम इसे बास की आजीवन सदस्यता देना चाहेंगे!
    0141-2222225
    http://baasvoice.blogspot.com/

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